हिमालयन वियाग्रा के लाभ जानकर सभी हैं हैरान

Caterpillar fungus

हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों में एक ऐसी जड़ीबूटी पाई जाती है जो किसी अमृत से कम नहीं है। ये सामान्य रूप से कीड़ा जड़ी के नाम से जानी जाती है लेकिन इसके कई दूसरे नाम भी है जैसे यार्सागुम्बा या हिमालयन वियाग्रा। इसकी मांग अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में इतनी है कि इसे लेने के लिए स्थानीय लोग अपनी जान की बाजी लगा देते हैं। अंतर राष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत 8 लाख रूपए प्रति किलो से शुरू होती हैं और गुडवत्ता के आधार पर ये 60 लाख रूपए प्रति किलो तक पहुंच जाती है।

इसके फायदों के बारे में अमेरिका की एक सरकारी एजेंसी की वेडसाइट से मिले रिसर्च पेपर कहते हैं कि ये

  • Pro-Sexual (अंतरंग समय में बेहतर प्रदर्शन)
  • Anti-Inflammatory (दर्द और सूजन को दूर करने वाला)
  • Anti-Oxidant (फ्री रेडिकल्स को ख़त्म करता है)
  • Anti-Aging (बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर करता है)
  • Anti-Tumour (ट्यूमर से बचाव करता है)
  • Anti-Cancer (कैंसर से बचाव करता है)
  • Anti-Leukemic (बोन मेरो और रक्त के कैंसर से बचाव करता है)
  • Anti-Proliferative (कोशिकाओं के विकास को कम करता है जिससे उम्र बढ़ती है और कुछ गंभीर बीमारियां प्रसारित नहीं हो पाती)
  • Anti-Metastatic (किसी भी संक्रमण जैसे कैंसर आदि को शरीर में एक जगह से दूसरी जगह पर फ़ैलने से रोकता है)
  • Immunomodulatory (रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ता है)
  • Anti-Microbial (सूक्ष्म परजीवियों को पनपने नहीं देता है)
  • Anti-Bacterial (बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता है)
  • Anti-Viral (वायरस अर्थात विषाणु को पनपने नहीं देता है)
  • Anti-Fungal (फंगस को पनपने से रोकता है)
  • Anti-Protozoal (छोटे प्रोटोज़ोआ से होने वाले संक्रमण को ख़त्म करता है)
  • Insecticidal (कीट आदि को ख़त्म करता है)
  • Larvicidal (शरीर में लार्वा से होने वाले संक्रमण को ख़त्म करता है)
  • Anti-Fibrotic (ऊतकों (tissue) में होने वाला एक तरह का संक्रमण Fibrotic कहलाता है उससे बचाव होता है)
  • Steroidogenic (हार्मोन के श्राव को नियंत्रित नियंत्रित करता है)
  • Hypoglacaemic (रक्त में शुगर की मात्रा कम होने पर उसका नियंत्रण करता है)
  • Hypolipidaemic (लिपिड की कमी होने पर उसको नियंत्रित करता है)
  • Anti-angiogenetic (ट्यूमर की स्थिति में वहां तक रक्त पहुंचने वाली नसों को ऐसा करने से रोकना)
  • Anti-diabetic (शुगर की मात्रा को नियंत्रित करना)
  • Anti-HIV (HIV की ग्रोथ को रोककर AIDS तक पहुंचने की प्रक्रिया को बहुत धीमा कर देना)
  • Anti-Malarial (मलेरिया को ख़त्म करना)
  • Anti-Fatigue (थकान दूर करने वाला)
  • Neuroprotective (मानसिक स्वास्थ्य के लिए)
  • Liver-Protective (लिवर के स्वास्थ्य के लिए)
  • Reno-Protective (किडनी के स्वास्थ्य के लिए)
  • Pneumo-Protective (फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए)

क्यों कहते हैं इसे हिमायालय व्याग्रा

इसके सेवन से शरीर में बहुत ऊर्जा आ जाती है अपने इस शक्ति वर्धक गुण के कारण इसे हिमालयन व्याग्रा (Himalayan Viagra) भी कहा जाता है। अपनी परफॉरमेंस अच्छी करने के लिए भारत, चीन, तिब्बत आदि देशों के खिलाडी इस बूटी का सेवन करते हैं। खिलाडियों के बीच इसकी मांग बहुत तेजी से बढ़ी है क्यूंकि ये शरीर की ऊर्जा को बूस्ट तो देती है लेकिन डोप टेस्ट में इसको चिन्हित नहीं किया जा सकता है।

उपलब्धता और कीमत

इंग्लिश में इसे Cordyceps militaris कहते हैं और इस प्रजाति को नियंत्रित वातावरण में प्रयोगशाला में उगाया जा सकता है। जैसे जैसे इस बूटी के बारे में लोगों में जागरूकता आएगी वैसे वैसे इसकी मांग बढ़ेगी।

अब आपके मन में होगा की इसकी कीमत क्या है तो आप ये समझ लीजिये की Cordyceps sinensis जो की हिमालयन की दुर्गम पहाड़ियों से लाइ जाती है उसकी कीमत 8 लाख रु प्रति किलो से 60 लाख रु प्रति किलो है। लेकिन दूसरी प्रजाति जो प्रयोगशाला में उगाई जा रही है उसकी कीमत 1 लाख रु प्रति किलो है।

क्यों ये मशरूम इतना लाभदायक है

Cordyceps यानि की कीड़ाजड़ी की दोनों प्रजातियां बहुत ही उपयोगी हैं और दिन प्रति दिन इनकी मांग बढ़ती जा रही है। इस मशरूम में Cordycepin नाम का तत्व होता है जो इसे बहुत प्रभावशाली और बेशकीमती बनता है। ये तत्त्व आपको जवान रखने से लेकर रोग मुक्त रखने तक की प्रक्रिया में आपकी सहायता करता है। जिस Cordyceps में Cordycepin तत्त्व अधिक मात्रा में होता है उसकी कीमत भी बाज़ार में अधिक होती है।